शहर में एक क्लासिक बेंगलुरु पल तब देखा गया जब एक व्यक्ति ने गर्व से दावा किया कि वह उबर और रैपिडो के लिए राइडर के रूप में काम करके प्रति माह ₹80,000 से अधिक कमाता है। उस व्यक्ति ने बताया कि कैसे उसकी मेहनत और लगन से प्रेरित उसकी कमाई ने उसे गिग इकॉनमी में काम करते हुए वित्तीय स्थिरता हासिल करने में मदद की है। उसकी कहानी ने राइड-हेलिंग सेक्टर में उपलब्ध संभावित आय के अवसरों के बारे में चर्चाओं को जन्म दिया है, खासकर बेंगलुरु जैसे व्यस्त शहर में, जहाँ त्वरित और किफायती परिवहन की मांग लगातार अधिक है। #बैंगलोर #बेंगलुरु #रैपिडो #उबर #गिगवर्कर @Uber_India @rapidobikeapp @Lolita_TNIE @ChristinMP_ @TVMohandasPai
A classic Bengaluru moment was observed in the city when a man proudly claimed that he earns more than ₹80,000 per month working as a rider for Uber and Rapido. The man highlighted how his earnings, driven by his hard work and dedication, have allowed him to achieve financial… pic.twitter.com/4W79QQiHye
— Karnataka Portfolio (@karnatakaportf) December 4, 2024
वाह, क्या बात है! अब तो हर किसी को उबर और रैपिडो के लिए काम करना शुरू कर देना चाहिए। कौन जानता था कि ₹80,000 महीना कमाना इतना आसान है? यकीनन, मेहनत और लगन का कोई जवाब नहीं है।
अब जरा सोचिए, आप सुबह-सुबह उठते हैं, अपनी बाइक पर सवार होते हैं और निकल पड़ते हैं बैंगलोर की सड़कों पर। हर मोड़ पर ट्रैफिक जाम, हर गली में गड्ढे, और हर सिग्नल पर इंतजार। लेकिन कोई बात नहीं, क्योंकि आप जानते हैं कि महीने के अंत में आपके बैंक खाते में ₹80,000 जमा हो जाएंगे। वाह, क्या सपना है!
और फिर आते हैं वो ग्राहक, जो हमेशा जल्दी में होते हैं। "भाई, जल्दी चलो, मुझे ऑफिस पहुंचना है!" और आप सोचते हैं, "हाँ, भाई, मैं तो उड़नखटोला लेकर आया हूँ, अभी उड़ाकर पहुंचा देता हूँ!" लेकिन नहीं, आपको तो उन्हीं सड़कों पर चलना है, जहाँ हर कदम पर ट्रैफिक का सामना करना पड़ता है।
और जब आप दिनभर की मेहनत के बाद घर लौटते हैं, तो सोचते हैं, "वाह, क्या दिन था! आज तो मैंने ₹80,000 कमाने की राह में एक और कदम बढ़ा लिया।" लेकिन फिर याद आता है कि बाइक की सर्विसिंग करवानी है, पेट्रोल भरवाना है, और वो जो ग्राहक ने ₹50 का नोट दिया था, वो तो नकली निकला!
लेकिन कोई बात नहीं, क्योंकि बैंगलोर की जान इसी में है। यहाँ हर कोई अपने सपनों को पूरा करने के लिए मेहनत करता है, चाहे वो उबर और रैपिडो के राइडर ही क्यों न हों। और आखिर में, जब आप अपने दोस्तों को बताते हैं कि आप ₹80,000 महीना कमाते हैं, तो वो भी सोचते हैं, "वाह, क्या बात है! हमें भी उबर और रैपिडो के लिए काम करना चाहिए।"
तो दोस्तों, अगर आप भी बैंगलोर में हैं और सोच रहे हैं कि कैसे ₹80,000 महीना कमाया जाए, तो उबर और रैपिडो के लिए काम करना शुरू कर दीजिए। बस ध्यान रहे, सड़कों की हालत, ट्रैफिक जाम और नकली नोटों से निपटने के लिए तैयार रहें। और हाँ, मेहनत और लगन का कोई जवाब नहीं है! #बैंगलोर #रैपिडो #उबर #सार्केज्म
वाह, क्या बात है! अब तो हर किसी को उबर और रैपिडो के लिए काम करना शुरू कर देना चाहिए। कौन जानता था कि ₹80,000 महीना कमाना इतना आसान है? यकीनन, मेहनत और लगन का कोई जवाब नहीं है। बस एक छोटी सी समस्या है - उस सड़कों की हालत से कैसे निपटते हैं, दिनभर ट्रैफिक जाम में फंसते हैं, और वो जो ग्राहक हैं, जो मानो अपनी मंजिल कभी नहीं पहुंचते! पर कोई बात नहीं, बैंगलोर की जान इसी में है। #बैंगलोर #रैपिडो #उबर #सार्केज्म #bangalore #bengaluru #rapido #uber #gigworker
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