साध्वी प्रज्ञा - आतंकवाद की आरोपी सांसद को अंतरराष्ट्रीय शर्मिंदगी | आकाश बनर्जी के साथ देशभक्त
साध्वी प्रज्ञा - आतंकवाद की आरोपी सांसद को अंतरराष्ट्रीय शर्मिंदगी | आकाश बनर्जी के साथ देशभक्त
साध्वी #प्रज्ञा ठाकुर हमेशा सुर्खियों में रही हैं ... मालेगांव विस्फोट मामले में उनकी कथित संलिप्तता से लेकर भाजपा के तहत पहली बार संसद सदस्य के रूप में निर्वाचित होने तक - भले ही उनके खिलाफ एक आतंकी मामला चल रहा था। अब वह वैश्विक हो गई है - अंतर्राष्ट्रीय मीडिया ने उसके इस दावे का मज़ाक उड़ाया कि वह कोविड मुक्त है क्योंकि वह #गौमूत्र या गाय का मूत्र पीती है। एक तरफ नरेंद्र मोदी टीकाकरण पर जोर दे रहे हैं तो दूसरी तरफ प्रज्ञा जैसे लोग मुंबो जंबो का प्रचार कर रहे हैं। लोगों को बेवकूफ बनाने की इस खतरनाक प्रथा को रोकने का समय आ गया है - मुसीबत के पहले संकेत पर खुद अस्पताल पहुंचें।
अगर आपको स्वतंत्र भारत के हर साल के लिए एक खास इवेंट चुनना पड़े, तो आपकी लिस्ट क्या होगी? 74 साल पहले, 15 अगस्त का दिन , भारत के लिए एक आजाद सुबह लेकर आया था. आजादी के लिए एक लंबे और कड़वे संघर्ष ने 190 साल पुराने औपनिवेशिक शासन का अंत किया था. इन 74 सालों में, कई अलग-अलग घटनाओं ने हमारे देश को परिभाषित किया है. अगर आपको स्वतंत्र भारत के हर साल के लिए एक खास इवेंट चुनना पड़े, तो आपकी लिस्ट क्या होगी? हमारी लिस्ट पर एक नजर डालें और बताएं कि क्या आप इससे सहमत हैं? 1947: भारत को मिली आजादी 1948: महात्मा गांधी की हत्या 1949: आरबीआई का राष्ट्रीयकरण 1950: भारत का संविधान लागू किया गया 1951: दिल्ली ने पहले एशियाई खेलों की मेजबानी की 1952: पहला आम चुनाव हुआ 1953: एयर इंडिया का राष्ट्रीयकरण 1954: भारत, चीन ने "शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व" के लिए पंचशील संधि पर हस्ताक्षर किए 1955: हिंदू मैरिज एक्ट पारित हुआ 1956: डॉ बीआर अंबेडकर ने बौद्ध धर्म अपनाया 1957: 'मदर इंडिया' को मिला ऑस्कर नॉमिनेशन 1958: अफस्पा (AFSPA) लागू...
Congress's Never-ending Tryst With Corruption | Self-Goal Before 2024 | Akash Banerjee & Adwaith #कांग्रेसपार्टी #धीरजसाहू #2024चुनाव भाई-भतीजावाद हमेशा भाजपा के लिए एक हथियार था - अब उनके पास 2024 के लोकसभा चुनावों की पूर्व संध्या पर कांग्रेस को हराने के लिए एक और भ्रष्टाचार का मामला है। कांग्रेस सांसद धीरज साहू का दावा है कि उनके पसंदीदा पतों से बरामद किए गए 350 करोड़ का उनसे या कांग्रेस से कोई लेना-देना नहीं है... यह शराब कारोबार का वैध पैसा है... लेकिन भाजपा जानती है कि भाई-भतीजावाद + भ्रष्टाचार एक शक्तिशाली मिश्रण है और जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आ रहे हैं - लोगों को कांग्रेस के भ्रष्टाचार के लंबे प्रयास की याद दिलाई जा रही है। #congressparty #dhirajsahu #2024elections श्रेय: लिपि - अद्वैतः थंबनेल: खुर्शीद मोंटेग्यू: मेहुल संपादक: रितन और खुर्शीद निर्माता: साहिल
सुहेल सेठ ने डोनाल्ड ट्रंप और राहुल गांधी पर उनकी 'डेड इकॉनोमी' टिप्पणी को लेकर निशाना साधा है। उन्होंने इन नेताओं की आर्थिक नीतियों और उनके द्वारा की गई टिप्पणियों पर सवाल उठाते हुए कहा कि यह टिप्पणी देश की आर्थिक स्थिति को सही ढंग से दर्शाती नहीं है। इस संदर्भ में उनका मानना है कि नेताओं को अपनी बातों में जिम्मेदारी और सटीकता बरतनी चाहिए ताकि जनता का विश्वास बना रहे। सुहेल सेठ की डोनाल्ड ट्रंप और राहुल गांधी की "डेड इकॉनमी" टिप्पणियों पर आलोचना का विश्लेषण, साथ में संदर्भ और प्रभाव: 1. विवाद की पृष्ठभूमि डोनाल्ड ट्रंप के बयान: एक सार्वजनिक भाषण या इंटरव्यू (सटीक संदर्भ अस्पष्ट) में अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारतीय अर्थव्यवस्था को "डेड" (मृत) या संघर्षशील बताया, संभवतः अन्य वैश्विक अर्थव्यवस्थाओं से तुलना करते हुए। राहुल गांधी की आलोचना: कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मोदी सरकार की आर्थिक नीतियों को बार-बार "कमजोर", "अन्यायपूर्ण" या "संकटग्रस्त" बताया है। सुहेल सेठ की प्रतिक्रिया: प्रमुख उद्यमी और टिप्पणीकार सु...