पीएम मोदी एक बार फिर सुर्खियों में हैं- इस बार संसद में अपने भाषण के लिए जिसे विपक्ष ने 'झूठ' कहा है... यह सब 56 शेड्स ऑफ ट्रुथ (सत्य के रंग )है। ना आवाज हुई, ना तमाशा हुआ, बड़ी ख़ामोशी से टूट गया, एक “भरोसा" जो उस पर था भरोसा सत्य से शुरू होता है और सत्य पर ही खत्म होता हैं | एक बार अगर किसी इंसान पर से भरोसा उठ जाये तो फिर वो जहर खाये या कसम कोई फर्क नहीं पड़ता | नीयत से ईश्वर खुश होते हैं और दिखावे से इंसान..! यह आप पर निर्भर है कि आप किसे प्रसन्न करना चाहते हैं..! वैसे मोदी जी बड़ी बात सिखा गये खेल चाहे कितने ही बदल लो लक्ष्य केवल विजय पर ही होना चाहिए।
👉🏻समय और समझ